जब पैसे की बात आती है, तो आपकी फाइनेंशियल सफलता के लिए सही लोन प्राप्त करना महत्वपूर्ण है.
आपके पास लोन के लिए दो मुख्य विकल्प हैं: सेक्योर्ड लोन और अनसेक्योर्ड लोन.
सेक्योर्ड लोन के लिए कोलैटरल की ज़रूरत होती है, जैसे कि प्रॉपर्टी या एसेट, ताकि लोन राशि की गारंटी ली जा सके. इसके विपरीत, अनसेक्योर्ड लोन के लिए किसी कोलैटरल की ज़रूरत नहीं होती है, बजाय इसके, स्वीकृति के लिए वे आपके क्रेडिट या पुनर्भुगतान के विवरण और आय के स्रोत पर निर्भर होते हैं. दोनों के अपने फायदे और नुकसान हैं, इसलिए इनके बीच का अंतर को जानना और समझना बहुत ही ज़रूरी है.
आपके लिए सेक्योर्ड लोन उचित है या अनसेक्योर्ड लोन इस बारे में निर्णय लेने से पहले, ध्यानपूर्वक अपने क्रेडिट के विवरण, फाइनेंशियल स्थिरता, उधार की ज़रूरत और जोखिम सहने की क्षमता इत्यादि पर ध्यान दें. सबसे उपयुक्त लोन का चयन करने में ये कारक आपकी मदद करेंगे.
हमारे साथ बने रहें, क्योंकि हम आपके लिए पेश करने वाले हैं दोनों प्रकार के पर्सनल लोन, साथ ही पैसे मैनेज करने के अपने आत्मविश्वास को बढ़ाएं!
अनसेक्योर्ड लोन क्या है?
अनसेक्योर्ड लोन एक प्रकार से वह कर्ज़ होता है, जहां आप आपको अपने किसी भी कीमती एसेट जैसे कि घर या कार को गारंटी के रूप में गिरवी नहीं रखना पड़ता है. अनसेक्योर्ड लोन लेंडर आपके क्रेडिट विवरण, आय के स्तर और बैलेंस चुकाने की आपकी क्षमता का मूल्यांकन करते हैं. आपका क्रेडिट और कैशफ्लो अनसेक्योर्ड लोन प्राप्त करने में आपकी मदद करते हैं.
इनोवेटिव बैंकिंग सर्विस लेंडर के अनुसार अनसेक्योर्ड लोन अत्यंत ही लोकप्रिय लोन प्रकार है, क्योंकि इसमें लचीलापन होता है और यह उधारकर्ताओं को उनकी फाइनेंशियल ज़रूरतों को पूरा करने में मदद करता है. कई प्रकार के अनसेक्योर्ड लोन होते हैं, जिसमें पर्सनल लोन, क्रेडिट कार्ड डेट और स्टूडेंट लोन शामिल होते हैं.
पर्सनल लोन का उपयोग लगभग किसी भी उद्देश्य के लिए किया जा सकता है जैसे कर्ज़ समेकन, घर का रिनोवेशन, अप्रत्याशित खर्च, यात्रा के खर्च को कवर करने और भी बहुत सी चीज़ों के लिए वह भी बिना किसी परेशानी के.
हमारी टीवीएस क्रेडिट साथी ऐप या वेबसाइट देखें और बिना किसी कोलैटरल के हमारे तुरंत पर्सनल लोन के लिए अप्लाई करें. इस सुविधाजनक विकल्प से आपको कभी भी कहीं भी अपनी इच्छित राशि पाने की सुविधा मिलती है. चाहे आपको मेडिकल इमरजेंसी, होम रिनोवेशन प्रोजेक्ट या शैक्षणिक खर्चों के लिए पैसों की ज़रूरत हो, हमारे द्वारा प्रदान किया जाने वाला अनसेक्योर्ड लोन किसी कोलैटरल को गिरवी रखे बिना आपको आवश्यक फाइनेंशियल सहायता पाने की सुविधा देता है.
अनसेक्योर्ड लोन को समझें: आपको यह बातें ज़रूर जाननी चाहिए:
फायदे:
- कोलैटरल की ज़रूरत नहीं: लोन लेने के लिए आपको अपने एसेट गिरवी रखने की ज़रूरत नहीं होती है.
- तेज़ अप्रूवल प्रोसेस:अनसेक्योर्ड पर्सनल लोन तेज़ी के साथ अप्रूव हो जाते हैं, क्योंकि यहां कोलैटरल का मूल्यांकन करने की ज़रूरत नहीं होती है.
- बहु उपयोगी:अनसेक्योर्ड पर्सनल लोन से प्राप्त फंड का उपयोग विभिन्न प्रकार के उद्देश्यों के लिए किया जा सकता है, जिससे उधारकर्ता अपनी सुविधानुसार इसे इस्तेमाल कर पाते हैं.
नुकसान:
- उच्च ब्याज दर:आमतौर पर अनसेक्योर्ड लोन की ब्याज दर सेक्योर्ड लोन से अधिक होती हैं, क्योंकि लेंडर अधिक जोखिम का पूर्वानुमान लगाते हैं.
- उधार के लिए सीमित राशि:कोलैटरल के बिना, लेंडर उधारकर्ताओं को उधार के तौर पर दी जाने वाली राशि को सीमित कर सकते हैं.
- कठिन पात्रता मानदंड: अनसेक्योर्ड लोन पाने के लिए उधारकर्ता की क्रेडिट हिस्ट्री मज़बूत होने के साथ, स्थायी आय होनी ज़रूरी है.
सेक्योर्ड लोन क्या है?
सेक्योर्ड लोन ऐसा कर्ज़ होता है जिसके लिए मूल्यवान एसेट की ज़रूरत होती है, जैसे कि घर, कार या डिपॉज़िट, जिसे गिरवी रख सकते हैं. इस एसेट को कोलैटरल कहते हैं. अगर उधारकर्ता किसी परिस्थिति में लोन का पुनर्भुगतान नहीं कर पाते हैं, तो लेंडर कोलैटरल जमा कर सकते हैं. उदाहरण के लिए, अगर आपको कार लोन दिया जाता है और आप भुगतान नहीं कर पाते हैं, तो लेंडर कर्ज़ की राशि चुकाने के लिए फोरक्लोज़ कर सकते हैं. इसलिए सेक्योर्ड लोन कम जोखिम भरे होते हैं क्योंकि अगर आप भुगतान नहीं कर पाते हैं, तो उनके पास निर्भर रहने के लिए कोई चीज़ होती है.
सेक्योर्ड लोन के प्रकार
मॉरगेज लोन, ऑटो लोन और सेक्योर्ड पर्सनल लोन सहित सेक्योर्ड लोन विभिन्न रूप में आते हैं. मॉरगेज लोन में उधारकर्ता के घर को कोलैटरल की तरह इस्तेमाल किया जाता है, जबकि कार लोन में कोलैटरल के रूप में रेंटल कार का उपयोग होता है. सेक्योर्ड पर्सनल लोन के लिए बैंक अकाउंट या डिपॉज़िट सर्टिफिकेट जैसे एसेट की आवश्यकता कोलैटरल के रूप में हो सकती है.
सेक्योर्ड लोन को समझना
फायदे:
- कम ब्याज दर: अनसेक्योर्ड लोन की तुलना में सेक्योर्ड लोन आमतौर पर कम ब्याज दर के साथ आते हैं, क्योंकि जोखिम कम करने के लिए लेंडर के पास कोलैटरल होता है.
- उच्च उधार राशि: अनसेक्योर्ड लोन की तुलना में कोलैटरल वाले उधारकर्ता उच्च लोन राशि पाने के लिए पात्र होते हैं.
- खराब क्रेडिट वाले उधारकर्ताओं के लिए आसान अप्रूवल: कोलैटरल लेंडर के जोखिम को कम कर देते हैं, इसलिए जिन उधारकर्ताओं की क्रेडिट स्कोर कमज़ोर होती है, उनके लिए सेक्योर्ड लोन पाना आसान हो जाता है.
नुकसान:
- एसेट खोने का जोखिम: अगर उधारकर्ता उधार ली गई राशि को चुका नहीं पाते हैं, तो लोन के लिए उन्होंने जो भी चीज़ रखी है, उसे उन्हें गंवाना पड़ सकता है.
- लंबी अप्रूवल प्रोसेस:कोलैटरल के मूल्यांकन और सत्यापन के कारण सेक्योर्ड लोन की अप्रूवल प्रोसेस लंबी हो सकती है.
- फंड का सीमित उपयोग: सेक्योर्ड लोन आमतौर पर विशिष्ट प्रयोजनों के लिए तैयार किए जाते हैं, जैसे कि घर, कार खरीदने के लिए, इससे इनका उपयोग सीमित हो जाता है.
अब भी सेक्योर्ड लोन और अनसेक्योर्ड लोन के बीच के अंतर को लेकर असमंजस में हैं? आगे पढ़ें:
सेक्योर्ड और अनसेक्योर्ड लोन के बीच चयन करते समय इनपर गौर करना बेहद ज़रूरी है:
- आपकी फाइनेंशियल स्थिति
- आपको किस चीज़ के लिए उधार चाहिए
- आप कितना जोखिम उठा सकते हैं
अनसेक्योर्ड लोन में लचीलापन होता है और वे तेज़ी के साथ स्वीकार जा सकते हैं, लेकिन आमतौर पर इनकी ब्याज दर कम होती है और प्राप्तकर्ता के लिए इनके नियम सख्त होते हैं. दूसरी ओर, सेक्योर्ड लोन की ब्याज दर कम होती है और आपको अधिक उधार लेने की सुविधा मिलती है, लेकिन अगर आप इसे नहीं चुका पाते हैं, तो आप किसी मूल्यवान चीज़ की हानि हो सकती है.
अंत में, आपका निर्णय आपके लिए क्या सर्वश्रेष्ठ है, इसपर निर्भर करता है. अगर आपकी क्रेडिट शानदार है और किसी विशिष्ट चीज़ के लिए आपको लोन चाहिए, तो अनसेक्योर्ड लोन आपके लिए बेहतरीन विकल्प साबित हो सकता है. अगर आपके पास कोई एसेट है और कम ब्याज दर पाना चाहते हैं, तो सेक्योर्ड लोन चयन के लिए एक अच्छा विकल्प है, अब हमारी टीवीएस क्रेडिट साथी ऐप को डाउनलोड करें या हमारी वेबसाइट पर जाएं और सुविधाजनक लोन पुनर्भुगतान विकल्प, अवधि के साथ कुछ ही मिनटों में पर्सनल लोन पाएं, साथ ही 100% पेपरलेस और बाधारहित प्रक्रिया का लाभ प्राप्त करें.
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
सेक्योर्ड और अनसेक्योर्ड लोन में से कौन सा लोन बेहतर होता है?
सेक्योर्ड और अनसेक्योर्ड लोन के बीच का चयन आपकी फाइनेंशियल स्थिति, उधार की ज़रूरत और जोखिम की क्षमता पर निर्भर करता है. निर्णय लेते समय ब्याज दर, लोन की राशि और पात्रता मापदंड जैसे कारकों को निर्धारित करें.
अनसेक्योर्ड लोन की ब्याज दर अधिक क्यों होती है?
आमतौर पर अनसेक्योर्ड लोन की ब्याज दर सेक्योर्ड लोन की तुलना में अधिक होती है क्योंकि लेंडर उन्हें जोखिम की तरह देखते हैं. किसी भी तरह का कोलैटरल न होने के कारण लेंडर अधिक ब्याज लगाते हैं, ताकि उधारकर्ता द्वारा लोन की राशि का पुनर्भुगतान करने में अक्षम होने पर जोखिम कवर किया जा सके.